यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, दिसंबर 31, 2010

नव वर्ष

नव ऊषा की नवल रश्मि ये,
नव प्रभात ले आई है |
नव उपवन की ये किसलय,
जो चहूँ दिशा महकाई है|
मन प्रसून तन उपवन बन कर,
मलय बसंत बहाया है |
अहो भाग्य है, हम सब का,
जो नवल क्रांति ले आया है |
हे पथिक रुकना मत आगे,
तुमको बढ़ते जाना है |
बढ़ कर स्वागत कर लो,
कल ही इसको आना है |
कल ही इसको आना है ||
      (आप सभी को नव वर्ष मंगलमय हो)
                             दीपांकर कुमार पाण्डेय 
-:सर्वाधिकार सुरक्षित :- 

30 टिप्‍पणियां:

  1. हे पथिक रुकना मत आगे,
    तुमको बढ़ते जाना है |
    बढ़ कर स्वागत कर लो,
    कल ही इसको आना है |
    कल ही इसको आना है ||

    बहुत अच्छी तरह से नए साल का स्वागत आपने किया है.
    मेरी तरफ से:-
    नया साल फिर आ गया,गया पुराना साल.
    खुशियों से कर जाये ये,तुमको मालामाल

    जवाब देंहटाएं
  2. आपको एवं आपके परिवार को नव वर्ष की शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  3. हे पथिक रुकना मत आगे,
    तुमको बढ़ते जाना है ।
    बढ़ कर स्वागत कर लो,
    कल ही इसको आना है ।

    नव-प्रभात का स्वागत करती हुई बहुत अच्छी कविता।

    जवाब देंहटाएं
  4. सुमधुर ध्वनियों भावनाओँ से सजी कविता अच्छी लगी. नववर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएँ.

    जवाब देंहटाएं
  5. अहो भाग्य है, हम सब का,
    जो नवल क्रांति ले आया है |
    हे पथिक रुकना मत आगे,
    तुमको बढ़ते जाना है ...

    बेहद प्रेरणादायी पंक्तियाँ ।
    आभार दीप जी।

    Happy New year !

    .

    जवाब देंहटाएं
  6. एक बेहतरीन रचना । नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें ।
    काबिले तारीफ़ शव्द संयोजन ।
    बेहतरीन अनूठी कल्पना भावाव्यक्ति ।
    सुन्दर भावाव्यक्ति । साधुवाद ।
    satguru-satykikhoj.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  7. नव आशा में सजा रहे मन,
    नव प्रभात हो, हो नव जीवन,

    जवाब देंहटाएं
  8. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  9. एक बेहतरीन रचना । नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें ।

    जवाब देंहटाएं
  10. आपको एवं आपके परिवार को नव वर्ष की शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  11. अच्छी रचना....नव वर्ष आपके व आपके परिवार के लिए मंगलमय हो...

    जवाब देंहटाएं
  12. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  13. "हे पथिक रुकना मत आगे
    तुमको बढ़ते जाना है
    बढ़ कर स्वागत कर लो
    कल ही इसको आना है
    कल ही इसको आना है"
    आप ही की पंक्तियाँ आप ही को सुपुर्द कर रही हूँ दीप...काफी अच्छा लिखते हैं तथा भाषा के धनी हैं...बहुत आकर्षक रचना...

    जवाब देंहटाएं
  14. बेहतरीन गीत. नव वर्ष पर पुरानी बातों से कुछ नई सीख लें सकारात्मक सोच के साथ नव वर्ष का सवागत करें. आपको एवं आपके परिवार को नव वर्ष की शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  15. ्बहुत सुन्दर सार्थक गीत , से नव वर्ष का स्वागत...बधाई..दीप

    ---१६-१४ मात्रा के पद हैं, कहीं कहीं मात्रा दोष ठीक करने हैं...

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत ही सुंदर कविता........... नव वर्ष मुबारक हो.

    जवाब देंहटाएं
  17. bahut bahut dhanywaad Dr.shyam Gupta ji aap ne hamaari galtiyon ke baaren men hamen avgat karaaya hai. hame asha hai ki aage bhi anugrah banaaye rakhenge

    जवाब देंहटाएं
  18. आपको और आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ ...

    जवाब देंहटाएं
  19. kal hi isko aana hai.
    kal hi isko aana hai.
    bahut hi sundar bhavon se aapne nav varsh ka swagat kiya .man mohak kavita....

    जवाब देंहटाएं
  20. हे पथिक रुकना मत आगे,
    तुमको बढ़ते जाना है |......कविता बहुत सुन्दर और भावपूर्ण है। बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  21. समधुर शब्द संयोजन...सुन्दर प्रेरक प्रस्तुति..

    जवाब देंहटाएं
  22. bahut sunder kavita.apko bhi nav varsh tatha makar snkranti ki anek shubh kamnaye....

    जवाब देंहटाएं
  23. shabdo ka sundar tana bana . bahut sundar kavita dost
    nav varsh mangalmy ho

    जवाब देंहटाएं
  24. बहुत सुन्दर रचना...
    यदि आप बुरा न मानें तो सिर्फ अपने ब्लॉग का कलर-कोम्बिनेशन बदल लें... ये कुछ चुभता-सा है...
    आपको भी नव-वर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं...

    जवाब देंहटाएं
  25. प्रेरक एवं प्रभावकारी रचना के लिए बधाई, मंगल कामना एवं साधुवाद!

    जवाब देंहटाएं